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Saturday, May 23, 2020

Lockdown A Short notes

Corona short notes.
Some positive and negative points about lockdown
जानलेवा वायरस ने हमला बोल दिया। पुरे दुनिया में लाखों लोगो की जान चली गयी है और अब भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।  एक ही उपाय है सामाजिक दुरी, यह संक्रमण एक इंसान से दूसरे इंसान में तेज़ी से फैलता है। भारत सरकार ने हिदायत दी है की हम पर्सनल और प्रोफेशनल रिश्तों से हर संभव दुरी बनाये रखे, तभी हमे इस वाइरस से मुक्ति मिल सकती है। भारत के सभी राज्यों में लोग घर पर रहकर सरकार के कड़े निर्देशों का पालन कर रहे है।
LockDown negative impact
बड़े-बड़े दफ्तर, कल-कारखाने को बंद करने के वजह से मज़दूरों पर आफत आन पड़ी है। जो मज़दूर दैनिक मज़दूरी पे जीते थे उनके घरो में चूल्हा जलना बंद हो गया है। बस्ती में लोग भूखे पेट सो रहे है। गरीब लोगो पर लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर पड़ा है, उनके पास घर लौटने के पैसे तक नहीं है। देश में ऐसी परिस्थिति की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री रहत कोष से जरूरत मंद लोगो की सहायता करने का निर्णय लिया। बहुत सारे लोगो ने भी आगे आकर जरूरत मंदो की मदद कर रहे है। लगभग सभी देशो के करोबार को भरी नुकसान भी पंहुचा है।

Lockdown positive impact
कोरोना महामारी से लॉक डाउन ने पर्यावरण को स्वस्थ होने का अवकाश दे दिया है। हवा का जहर क्षीण हो गया है और नदियों का जल निर्मल। भारत में जिस गंगा को साफ करने के अभियान 50 साल से चल रहे थे और बीते पांच साल में ही करीब 20 हजार करोड़ रूपए खर्च करने पर भी मामूली सफलता दिख रही थी, उस गंगा को तीन हफ्ते के लाक डाउन ने निर्मल बना दिया।
लॉकडाउन रहने से कोरोना वायरस के मरीज़ो में गिरावट आएगी और संक्रमण फैलने का खतरा कम हुआ। हमारे रोजमरा की ज़िन्दगी की चीज़ों में कमी न हो इसलिए किराने की चीज़े, फल, सब्जी, दवाइयां बाजार में उपलब्ध है। लॉकडाउन से बड़े-बड़े कारखानों और वाहनों का चलना निषेद हो गया है इससे एक अच्छी चीज़ हुई है जो है प्रदुषण की कमी। कल-कारखाने  का कचड़ा बाहर जल में प्रवाहित कर दिया जाता था।

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